मैया रूठी बाबुल रूठा कोहुना सुनत हमारी
तेरी प्रीत के कारन हो गया
सगड़ा जग मेरा बैरी
किसकी शरण मैं जाऊ दुखिया
तू ही बता भगवान ओ कान्हा अबतो मुरली की मधुर सुना दो तान
तेरी प्रीत के कारन हो गया
सगड़ा जग मेरा बैरी
किसकी शरण मैं जाऊ दुखिया
तू ही बता भगवान ओ कान्हा अबतो मुरली की मधुर सुना दो तान
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