Tuesday, May 4, 2010

ZIndagi Pyar ka geet hai

ज़िंदगी प्यार का गीत है, इसे हर दिल को गाना पड़ेगा
ज़िंदगी ग़म का सागर भी है, हंसके उस पार जाना पड़ेगा

जिस का जीतना हो आंचल यहाँ पर, उस को सौग़ात उतनी मीलेगी
फूल जीवन मे गर न खिलें तो, काँटो से भी निभाना पडेगा
ज़िंदगी प्यार का गीत है, इसे हर दिल को गाना पड़ेगा

है अगर दूर मंज़िल तो क्या, रास्ता भी है मुश्कील तो क्या
रात तारों भरी ना मिले तो, दिल का दीपक जलाना पडेगा
ज़िंदगी प्यार का गीत है, इसे हर दिल को गाना पड़ेगा

ज़िंदगी एक पहेली भी है, सुख-दुख कि सहेली भी है
ज़िंदगी एक वचन भी तो है, जिसे सब को निभाना पडेगा
ज़िंदगी प्यार का गीत है, इसे हर दिल को गाना पड़ेगा
ज़िंदगी ग़म का सागर भी है, हंसके उस पार जाना पड़ेगा

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